ghaziabad news जल शक्ति अभियान “कैच- द- रेन” के तहत गाजियाबाद स्थित विकास भवन के दुर्गावती सभागार में सोमवार को केंद्रीय नोडल अधिकारी एवं पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निदेशक अमित राज की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जल संचयन, भूजल संरक्षण, जल निकायों के पुनर्जीवन तथा हिण्डन नदी के संरक्षण को लेकर विचार विमर्श किया गया।
केंद्रीय नोडल अधिकारी अमित राज ने हिण्डन नदी को जल संचयन के लिए एक प्रमुख संसाधन के रूप में चिन्हित करते हुए इसे प्रदूषण मुक्त बनाने पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि यदि हिण्डन नदी को स्वच्छ बनाया जाए और उसमें गंदे नालों का पानी जाने से रोका जाए, तो यह भूजल स्तर को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकती है।
उन्होंने वर्षा की कमी और गिरते भूजल स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए जल निकायों के पुनरुद्धार, वृक्षारोपण, रीयूज जल के उपयोग तथा उद्योगों द्वारा भूजल के सीमित उपयोग को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। साथ ही जल संरक्षण के लिए जन भागीदारी, जनजागरूकता और जलाशयों की जियो टैगिंग व मानचित्रण जैसे कार्यों को भी प्राथमिकता देने की बात कही। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि जनपद में सीएसआर फंड से तालाबों का जीर्णोद्धार, एसटीपी संयंत्रों की स्थापना और प्रत्येक उद्योग में रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली लागू करवाई जा रही है।
उन्होंने जानकारी दी कि जुलाई 2025 में हिण्डन नदी किनारे वृहद वृक्षारोपण व जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन लघु सिंचाई विभाग के सिहायक अभियंता हमांशु गौतम ने किया।
समीक्षा बैठक में यह रहे मौजूद
इस मौके पर आईएएस प्रशिक्षु अयान जैन, सीडब्ल्यूसी दिल्ली के तकनीकी अधिकारी अमित कुमार, जिला विकास अधिकारी प्रज्ञा श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता हरिओम, जल निगम के अधीक्षण अभियंता भारत भूषण, जिला पंचायत राज अधिकारी प्रदीप कुमार द्विवेदी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
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