हापुड़ में बनी मोनाड यूनिवर्सिटी (Monad University) चर्चाओं में है वो भी फर्जी डिग्रियों को लेकर। ज्यादातर डिग्री जांच के घेरे में आ चुकी है। यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की लखनऊ और मेरठ यूनिट की संयुक्त टीम ने यूनिवर्सिटी में छापा मारकर बड़ी कार्रवाई की। फर्जी मार्कशीट और डिग्रियां जारी करने के गंभीर आरोपों के चलते यूनिवर्सिटी के चेयरमैन समेत 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है। एसटीएफ को मोनाड यूनिवर्सिटी में फर्जी दस्तावेज जारी होने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं।
ऐसे हुई कार्रवाई
बता दें कि शनिवार दोपहर करीब चार बजे एसटीएफ की टीम परिसर में पहुंची और पूरे क्षेत्र को घेर लिया। जांच के दौरान यूनिवर्सिटी में किसी के भी आने-जाने पर रोक लगा दी गई, वहीं मौके पर मौजूद सभी लोगों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए।
करीब पांच घंटे चली छापेमारी
करीब पांच घंटे तक चली इस छापेमारी में एसटीएफ ने कई अहम दस्तावेज खंगाले। जांच के दौरान टीम ने यूनिवर्सिटी से लैपटॉप, हार्ड डिस्क और सर्वर सिस्टम जब्त किए हैं, जिनमें फर्जीवाड़े से संबंधित महत्वपूर्ण सूचनाएं होने की संभावना जताई जा रही है। छापे के बाद सभी 12 संदिग्धों को पिलखुवा कोतवाली ले जाकर पूछताछ की जा रही है।
आरोपियों से पूछताछ जारी
एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और उनकी भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई एसटीएफ के क्षेत्राधिकारी (सीओ) के नेतृत्व में की गई। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह छापा हरियाणा से पकड़े गए दो युवकों की निशानदेही पर डाला गया है, जिन्हें हाल ही में 80 हजार फर्जी मार्कशीट के साथ गिरफ्तार किया गया था।
लैपटॉप, हार्डडिस्क, सर्वर सिस्टम हुए जब्त
मालूम हो कि एसटीएफ की ओर से चली छापेमारी के दौरान Monad University परिसर से बड़ी मात्रा में डिजिटल सबूतों को भी जब्त किया गया है। लैपटॉप, हार्डडिस्क, सर्वर सिस्टम और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इन सभी डिजिटल उपकरणों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे जाने की तैयारी है। इससे यह पता चल सकेगा कि फर्जी दस्तावेजों का निर्माण और वितरण किस तरह से किया जा रहा था।