Iran–Israel War: नई दिल्ली। पश्चिम एशिया में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय से चल रहा तनाव अब खुले युद्ध में तब्दील हो गया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने स्पष्ट शब्दों में ऐलान किया है—“अब जंग शुरू हो चुकी है।” इस बयान के तुरंत बाद घटनाक्रमों ने रफ्तार पकड़ ली।
Iran–Israel War:
बुधवार देर रात इजरायल ने ईरान की राजधानी तेहरान समेत कई अहम ठिकानों पर दर्जनों मिसाइलें दागीं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, तेहरान में कई धमाकों की आवाजें सुनी गईं और भारी जान-माल के नुकसान की खबरें सामने आई हैं।
इजरायल का ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’
इजरायल ने अपने सैन्य अभियान को ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ नाम दिया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बयान जारी कर कहा कि यह ऑपरेशन ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “हम खतरों को पहचानते हैं और उन्हें खत्म करने के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे।”
इजरायली रक्षा बल (IDF) ने पुष्टि की है कि उन्होंने तेहरान पर फिर से मिसाइल हमले शुरू कर दिए हैं। इसके साथ ही ईरान के अराक और खोंदब नामक गांवों के लोगों को चेतावनी जारी की गई है कि वे तुरंत इलाके खाली कर दें क्योंकि वहां भीषण हमले की संभावना है।
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ईरान का पलटवार, इजरायल में सायरनों का शोर
इजरायल के हमलों के जवाब में ईरान ने भी रातभर भारी मिसाइल और ड्रोन हमले किए। हमलों के दौरान इजरायल के कई शहरों में एयर सायरन बजने लगे। हालांकि, इजरायली सेना ने दावा किया है कि उन्होंने ईरान की कई मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराया है।
भारत ने 110 नागरिकों को निकाला, दिल्ली पहुंची फ्लाइट
जंग के बीच भारत ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की। गुरुवार को ईरान से निकाले गए 110 भारतीय नागरिकों को लेकर इंडिगो की फ्लाइट 6ई-9487 दिल्ली पहुंची। इनमें जम्मू-कश्मीर के 90 छात्र शामिल थे। सभी भारतीयों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है।
अमेरिका की चेतावनी, ट्रंप का बड़ा बयान
इस पूरे संघर्ष पर अमेरिका भी नजर बनाए हुए है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि वह आत्मसमर्पण नहीं करता, तो उसे “ऐसा पछतावा होगा, जिसकी उसने कल्पना नहीं की होगी।” ट्रंप ने यह भी कहा कि वह कुछ “बड़ा” करने वाले हैं।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ईरान पर सैन्य हमले की योजना पर गंभीरता से विचार कर रहा है और हालात तेजी से बदल रहे हैं। अमेरिकी रक्षा सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि सप्ताह के अंत तक कोई निर्णायक कदम उठाया जा सकता है।
संघर्ष की जड़ें और बढ़ता संकट
इस पूरे संघर्ष की नींव तब पड़ी जब इजरायल ने आरोप लगाया कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के बेहद करीब है। इसके बाद इजरायल ने सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी, जिसमें अब तक 600 से अधिक ईरानी नागरिकों की मौत हो चुकी है।
अब जब ईरान और इजरायल दोनों तरफ से हमले तेज हो चुके हैं, अमेरिका भी हस्तक्षेप की तैयारी में है—ऐसे में यह युद्ध केवल क्षेत्रीय न रहकर वैश्विक संकट का रूप ले सकता है।