करणी सेना के कार्यकर्ताओं को पीटने का आरोप, चैकी इंचार्ज हाटाया, सेना का बवाल

आगरा के ताजगंज थाने की एकता चैकी में करणी सेना के 11 कार्यकर्ताओं को पीटने के आरोप में एकता चैकी प्रभारी को हटाया गया है। उनके स्थान पर दिल्ली गेट चैकी प्रभारी अभिषेक को भेजा गया है। वहीं ट्रांस यमुना में स्टेशनरी की दुकान को माल सहित बुलडोजर से ढहाने की घटना में चैकी प्रभारी ट्रांस यमुना को लाइन हाजिर किया गया है।
बिना अनुमति के कार्यक्रम करने पर हुई थी पुलिस से भिड़त
बता दें कि ताजगंज के नौफरी गांव में 12 मई को करणी सेना युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा महाराणा प्रताप जयंती के कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। इस कार्यक्रम की पूर्वानुमति नहीं थी। इस दौरान कोई भी बवाल हो सकता था। इस पर पुलिस ने कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम नहीं करने दिए। आरोप है कि ओकेंद्र राणा के जाने के बाद पुलिस ने 11 कार्यकर्ताओं को चैकी में पीटा था, ऐसे आरोप पुलिस पर लगने लगे।
कार्यकर्ताओं ने जेल से छूटने के बाद पुलिस टीम पर घरों में तोड़फोड़ और पीटनेे के आरोप लगाए थे। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए। इस पर सांसद राजकुमार चाहर और विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह ने भी पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई थी। पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने एडीसीपी से जांच करवाई। घटना के बाद छुट्टी पर गए चैकी प्रभारी नीलेश कुमार को हटा दिया गया है। उनके स्थान पर दिल्ली गेट चैकी से अभिषेक को भेजा गया है।
उधर, ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस-1 में स्टेशनरी की एक दुकान को खाली कराने के लिए बुलडोजर से दुकान ढहाने के मामले में ट्रांस यमुना चैकी प्रभारी धनंजय सिंह को लाइन हाजिर किया गया है। इस मामले में चैकी प्रभारी पर मिलीभगत के आरोप लगाए गए थे। दुकान स्वामी ने बुलडोजर से स्टेशनरी के लाखों के माल से भरी दुकान को ढहाया था। घटना की जांच के बाद पुलिस आयुक्त ने यह कार्रवाई की।

 

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